दादी मेरी - दादी मेरी,
बहुत प्यार करती थी हमको!
रोज सुबह-सुबह जगाकर,
सैर कराती थी हमको !!
कभी नहीं डाटती हमको,
खूब प्यार जताती थी !
घर में सब लोगों को,
प्यार से समझाती थीं !!
विषम परिस्थितियों में भी,
हिम्मत बहुत बढाती थीं !
कभी न हिम्मत हारो तुम,
ऐसा पाठ पढ़ाती थीं !!
(समर्पित दादी माँ)
Postmaster General Krishna Kumar Yadav Inaugurated ‘Postal Business
Development and Financial Inclusion’ Maha Mela in Mahesana, Gujarat
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सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के दौर में एडवांस्ड पोस्टल टेक्नोलॉजी 2.0 के
साथ भारतीय डाक ने नई पहचान बनाते हुए सेवाओं को और आधुनिक व सशक्त बनाया है।
डाक ...
22 घंटे पहले